Posted on by Abhishek Jha
PM Vishwakarma Yojana 2025 Online Apply : पीएम विश्वकर्मा योजना ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?

PM Vishwakarma Yojana 2025 भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक महत्त्वपूर्ण और सशक्त पहल है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 16 अगस्त 2023 को लॉन्च किया गया था। यह योजना परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है, ताकि वे अपनी कला और हुनर को बढ़ावा दे सकें, आधुनिक उपकरणों का उपयोग कर सकें और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सकें। इस लेख में हम विस्तार से इस योजना के उद्देश्य, लाभ, पात्रता, और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी देंगे।
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत भारत के परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों की आजीविका को सुधारने और उन्हें आर्थिक एवं तकनीकी सहायता देने के लिए की है। इस योजना के अंतर्गत कारीगरों को अपने कौशल में सुधार करने, आधुनिक उपकरण प्राप्त करने, और अपने व्यवसाय को विस्तार देने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- आर्थिक स्थिति में सुधार – कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करके उनकी आय को बढ़ाना।
- कौशल और शिल्प का संरक्षण – परंपरागत शिल्प और कला का संरक्षण करना।
- स्व-रोजगार को बढ़ावा – आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए संसाधनों की उपलब्धता।
- गुणवत्ता में सुधार – कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार लाना।
- नए अवसरों का निर्माण – कारीगरों के लिए नए बाजारों की खोज और उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ
PM Vishwakarma Yojana 2025 के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्राप्त होती हैं:
1. आर्थिक सहायता
- कारीगरों को ₹15,000 तक का अनुदान औजारों की खरीद के लिए दिया जाता है।
- बिना गारंटी पर कारीगरों को ₹1 लाख से ₹2 लाख तक का ऋण प्रदान किया जाता है।
- इस ऋण पर केवल 5% ब्याज दर लगती है, जो कारीगरों के लिए बहुत ही किफायती है।
2. कौशल विकास
- कारीगरों को बुनियादी प्रशिक्षण (5-7 दिन, 40 घंटे) और उन्नत प्रशिक्षण (15 दिन, 120 घंटे) दिया जाता है।
- प्रशिक्षण के दौरान कारीगरों को ₹500 प्रति दिन का वजीफा मिलता है, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता भी मिलती है।
3. डिजिटल प्रोत्साहन
- कारीगरों को डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक लेन-देन पर ₹1 का प्रोत्साहन दिया जाता है, जो अधिकतम 100 लेन-देन तक होगा।
4. प्रमाणन और पहचान
- कारीगरों को प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा, जिससे उनकी पहचान को मान्यता मिलती है।
5. विपणन सहायता
- राष्ट्रीय विपणन समिति द्वारा विपणन, ब्रांडिंग, और ई-कॉमर्स के माध्यम से कारीगरों को अपने उत्पादों की मार्केटिंग करने में सहायता प्रदान की जाती है।
योजना के अंतर्गत आने वाले ट्रेड्स
PM Vishwakarma Yojana के अंतर्गत परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों के 18 श्रेणियाँ शामिल हैं, जिनमें प्रमुख श्रेणियाँ निम्नलिखित हैं:
- बढ़ई
- नाव निर्माता
- लोहार
- कुम्हार
- मूर्तिकार
- जूता कारीगर
- धोबी
- दर्जी
- नाई
- खिलौना निर्माता
इन श्रेणियों में आने वाले कारीगर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, अन्य परंपरागत कार्यों को भी इस योजना में शामिल किया जा सकता है।
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता मानदंड
इस योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ विशेष पात्रता मानदंड हैं, जिन्हें पूरा करना आवश्यक है:
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
- आवेदक की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए।
- वह व्यक्ति परंपरागत कारीगर या शिल्पकार होना चाहिए।
- आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, और बैंक खाता विवरण जैसे दस्तावेज़ प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
PM Vishwakarma Yojana 2025 Online Apply – आवेदन प्रक्रिया
PM Vishwakarma Yojana 2025 के तहत आवेदन केवल लोक सेवा केंद्र (CSC) के माध्यम से किया जा सकता है। आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- CSC केंद्र पर जाएं: सबसे पहले अपने नजदीकी लोक सेवा केंद्र पर जाएं।
- आवेदन फॉर्म भरें: वहां से आवेदन फॉर्म लें और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जैसे आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण आदि प्रस्तुत करें।
- सत्यापन प्रक्रिया: आवेदन जमा करने के बाद, पंचायत या नगर पंचायत द्वारा सत्यापन किया जाएगा।
- आवेदन स्थिति जांचें: आवेदन की स्थिति को योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर पंजीकृत मोबाइल नंबर के माध्यम से चेक कर सकते हैं।
PM Vishwakarma Yojana 2025 के महत्व
PM Vishwakarma Yojana का महत्व केवल आर्थिक दृष्टिकोण से नहीं है, बल्कि यह परंपरागत कला और शिल्प के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह योजना कारीगरों को आधुनिक उपकरणों और तकनीकी प्रशिक्षण के माध्यम से उनकी आजीविका को सुधारने का एक प्रभावी तरीका प्रदान करती है।
इस योजना का लाभ उन लोगों तक सीधे पहुंचने वाला है जो कई पीढ़ियों से अपने परंपरागत व्यवसाय में लगे हुए हैं। योजना के माध्यम से कारीगरों को आर्थिक, तकनीकी, और विपणन के क्षेत्र में मदद मिलती है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है और वे अपनी कला को वैश्विक स्तर पर पहचान दिला पाते हैं।
निष्कर्ष
PM Vishwakarma Yojana 2025 भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक बहुत ही लाभकारी योजना है। यह उन्हें आर्थिक सहायता, कौशल विकास, प्रमाणन, और विपणन सहायता प्रदान करता है। यदि आप परंपरागत कारीगर हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्दी से आवेदन करें और अपनी कला को नए आयाम पर पहुंचाएं।