Posted on by Abhishek Jha
PM Vishwakarma Yojana 2025 Online Apply : पीएम विश्वकर्म योजना 2025 में ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) 2025, केंद्र सरकार की एक अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, जो भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन को बदलने की दिशा में एक अहम कदम है। यह योजना, पारंपरिक कारीगरी और शिल्प के काम में लगे लोगों को न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनके कौशल विकास और विपणन को बढ़ावा देती है।
इस योजना का उद्देश्य उन कारीगरों की मदद करना है, जो अपने पारंपरिक व्यवसाय के माध्यम से जीवन यापन कर रहे हैं। यह योजना ऐसे लोगों को एक मजबूत आधार देने का प्रयास करती है, ताकि वे अपने व्यवसायों को आधुनिक बना सकें और जीवन स्तर को बेहतर बना सकें।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 की विशेषताएँ और लाभ
1. कारीगरों को मान्यता प्रदान करना
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत, पंजीकरण करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को एक आधिकारिक प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा। यह उन्हें औपचारिक मान्यता प्रदान करता है, जिससे उनके व्यवसाय को एक प्रतिष्ठा मिलती है।
2. कौशल विकास के अवसर
इस योजना के तहत दो प्रमुख प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाते हैं:
- बुनियादी प्रशिक्षण : इसमें लगभग 40 घंटे का प्रशिक्षण होता है, जो कारीगरों को उनके काम की बुनियादी जानकारी और कौशल प्रदान करता है।
- उन्नत प्रशिक्षण : यह 120 घंटे का उन्नत प्रशिक्षण होता है, जो उन्हें अपने कौशल को एक नया आयाम देने में मदद करता है।
इन प्रशिक्षणों के दौरान कारीगरों को प्रति दिन ₹500 का वजीफा भी दिया जाता है।
3. टूलकिट प्रोत्साहन
कारीगरों को अपने काम के स्तर को सुधारने के लिए ₹15,000 का अनुदान प्रदान किया जाता है। इस राशि का उपयोग वे अपने औजार और उपकरण खरीदने में कर सकते हैं, जो उनके कार्य को और भी उन्नत बनाएंगे।
4. ऋण सहायता का लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत, कारीगरों को बिना किसी संपार्श्विक के ऋण प्रदान किया जाता है। यह ऋण दो किश्तों में दिया जाता है:
- पहली किश्त : ₹1 लाख तक का ऋण
- दूसरी किश्त : ₹2 लाख तक का ऋण
इसके साथ ही, लाभार्थियों को केवल 5% ब्याज दर पर ऋण प्राप्त होता है, बाकी 8% ब्याज सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
5. डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन
इस योजना के तहत कारीगरों को डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रत्येक लेनदेन पर ₹1 का प्रोत्साहन मिलता है, जो अधिकतम 100 लेनदेन तक लागू होता है।
6. विपणन सहायता
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत, कारीगरों को राष्ट्रीय विपणन समिति (NCM) के माध्यम से विपणन सहायता प्रदान की जाती है। इसमें गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, और ई-कॉमर्स के माध्यम से बिक्री को बढ़ावा देना शामिल है।
PM Vishwakarma Yojana 2025 में कौन से पारंपरिक व्यवसाय शामिल हैं?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना उन कारीगरों और शिल्पकारों के लिए है, जो निम्नलिखित पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े हैं:
- बढ़ई (सुथार)
- नाव निर्माता
- लोहार
- ताला बनाने वाले
- मूर्तिकार
- जूता कारीगर
- बुनकर
- कुम्हार
- धोबी
- दर्जी
- और अन्य पारंपरिक कार्य, जिनकी जानकारी समय-समय पर पोर्टल पर अपडेट की जाती है।
PM Vishwakarma Yojana 2025 के लिए आवेदन कैसे करें?
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को डिजिटल और सरल बनाया गया है। आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
1. सबसे पहले निकटतम CSC केंद्र पर जाएं
आपको अपने नजदीकी लोक सेवा केंद्र (CSC) पर जाकर आवेदन प्रक्रिया शुरू करनी होगी।
2. आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन करें
वहां से PM Vishwakarma Yojana के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर लॉगिन करें और आवेदन प्रक्रिया शुरू करें।
3. पंजीकरण प्रक्रिया
CSC रजिस्टर आर्टिसंस बटन पर क्लिक करके आवेदन प्रक्रिया शुरू करें। आपको अपना आधार नंबर डालकर सत्यापन करना होगा।
4. आवेदन पत्र भरें
सभी आवश्यक जानकारियाँ स्टेप-बाय-स्टेप भरें और पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी करें।
5. सत्यापन प्रक्रिया
पंजीकरण के बाद, पंचायत या नगर पंचायत द्वारा सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के बाद ही आपको योजना के लाभ मिलेंगे।
आवेदन की स्थिति कैसे जांचें?
यदि आप अपने आवेदन की स्थिति जानना चाहते हैं, तो निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
- पीएम विश्वकर्मा योजना के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं।
- दाईं ओर दिए गए “लॉगिन” बटन पर क्लिक करें।
- अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालकर लॉगिन करें।
- इसके बाद, आवेदन की स्थिति आपके स्क्रीन पर दिखाई देगी।
PM Vishwakarma Yojana 2025 के लाभ
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 कारीगरों और शिल्पकारों के लिए कई महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करती है, जिनमें शामिल हैं:
- आर्थिक सहायता : आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए मुफ्त प्रशिक्षण और उपकरण खरीदने के लिए ₹15,000 का अनुदान।
- ऋण सहायता : बिना गारंटी के ₹2 लाख तक का ऋण, जिसे ब्याज दर पर कम बोझ के साथ दिया जाता है।
- डिजिटल प्रोत्साहन : डिजिटल लेनदेन के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देना और कारीगरों को आधुनिक व्यापारिक प्रणाली से जोड़ना।
- विपणन सहायता : उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विपणन गतिविधियाँ और ब्रांडिंग का समर्थन।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना 2025 एक ऐतिहासिक कदम है, जो भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने का अवसर प्रदान करती है। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए है, बल्कि यह उन्हें आधुनिकता और प्रौद्योगिकी के साथ जोड़ने का भी प्रयास करती है।
यदि आप भी एक कारीगर हैं और इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो बिना देर किए आवेदन करें और अपने व्यवसाय को एक नई दिशा दें।